मलाल तो हमेशा मुझे इस बात का रहेगा
चंद लफ्जों के इंतज़ार में तूने मोहब्बत ठुकरा दी
मेरे जाने के बाद इतनी तो इमानदारी बख्शना
कोई पूछे तो बता देना किसी का दीवाना मैं था
मेरी सांसो की गर्माहट में इस क़दर बस गए हो तुम
हर साँस को अब खर्च करने से डर लगता है
पिछले जन्म का तो पता नहीं पर इस जन्म पर सिर्फ इतना मैं कहूँ
मैं वो पत्ता हूँ जो अपने साख से टूट चूका है वापस लौटना मुमकिन नहीं
मैं तेरा दर्द क्या ले सकूँ तेरी आँखों में दीखता है तेरे दिल का हर जख्म
इन लफ्जों की क्या बिसात के तेरे दिल का दर्द बयां कर दे
मुहब्बत तो अब भी है तुमसे फर्क सिर्फ इतना है
तब दिल लगा बैठे थे अब दिल लगाना पड़ता है
कल की रात मुझ पर भारी गुजरी
जो तेरी यादें मेरे अन्दर ही अन्दर घुटती रही
ये गलत फैहमी भी क्या खूब हुई है मुझसे
मजाक मजाक में हम मुहब्बत तक कर बैठे
जो भी सुकून था मेरी इस ज़िन्दगी में अब तलक
तेरी यादें आई और उसमे आग लगा गयी
Bahut khubsurat shayri hai
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
sukriya prince charls
पसंद करेंपसंद करें
Behtarin
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
sukriya
पसंद करेंपसंद करें
Kamal karte ho janab
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
bas ap logo ki inayat hai apko pasand aaya hame is baat ki behad khushi hai
पसंद करेंपसंद करें
सुक्रिया
पसंद करेंपसंद करें
Aise hi likhte rahiye
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
bas aap logo ki dua ka sath ho
पसंद करेंपसंद करें
जरुर बस आप लोगो का साथ चाहिए
पसंद करेंपसंद करें
Best wishes
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
thank you so much mark
पसंद करेंपसंद करें
सुक्रिया बहुत
पसंद करेंपसंद करें
अच्छा लिखा है। ये आपका पहला पोस्ट है क्या? इसके पीछे कुछ ओपेन नहीं हो रहा है।
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
ji ha ye mera pehla post hai
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
Beautiful…
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति